लखनऊ। आजकल के दौर में बॉस को खुश करने के लिए लोग क्या नहीं करते हैं। वैसे भी कोई बॉस की खतिरदारी करें क्यों नहीं वेतन से लेकर अन्य सुविधाओं तो उनकी कृपा पर ही मिलने हैं। तरक्की के लिए हां में हां भी मिलाना होता है। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपके साथ बुरा बर्ताव होने लगता है। वैसे भी कुछ मालिक ऐसे ही होते हैं, जिनको अपनी तारीफ कराने की धुन सवार होती है और अपनी बातों को थोपे बिना नहीं रहते। ऐसे में किसी भी संस्था या कार्यालय में राजनीति होनी स्वाभाविक है। बिना राजनीति के भी क्या कोई संस्थान भला चल सकता है। फिलहाल यदि आपके साथ भी राजनीति हो रही है और आपने कार्यालय की राजनीति के दलदल से त्रस्त हा चुके हैं, जो हम आपको इससे छुटकारा पाने के लिए कुछ टिप्स बता रहे हैं।
यदि आपके साथ भी राजनीति आॅफिस में हो रही है और आप त्रस्त हो चुके हैं, तो सबसे पहले परिस्थितियों को समझने की कोशिश करें। साथ ही किसी भी काम को लेकर अपने ऊपर लगने वाले आरोपों के कारणों को भली भांति जान और समझ लें। साथ ही इस बात को भी आप समझ लें कि आप आरोप लगा रहे हों। चूंकि जब आप कार्यालय में गंभीर परिस्थितियों से गुजरने लगते हैं, तो मन में गलत ख्याल आने लगते हैं। ऐसे में हर नकारात्मक पहलू से बचने की कोशिश करें। चूंकि यह आपके कार्य में प्रभाव डालता है। समस्या यह भी है कि कम रुपयों में दिन रात काम कराकर बॉस कर्मचारियों से कंपनी को बुलंदियों तक पहुंचाना चाहता है। ऐसी सोच के कारण कहीं कर्मचारियों से कोई गलती हो जाए तो उस पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ता है। बॉस अपना सारा गुस्सा उतार डालता है। ऐसे में भी आपको समझदारी से ही काम लेना होगा।
कार्यालय में राजनीति के दौरान अक्सर आप अपना संयम धीरे धीरे खोने लगते हैं। इससे आप अपने लक्ष्य से भी भटक जाते हैं। इस तरह आगे बढ़ने की बजाए आप खुद ही परेशानियों की तरफ जाने लगते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि आप कार्यालय में सभी परिस्थितियों को ध्यान से समझने की कोशिश करें। जब आप स्थितियों को समझने लगेंगे तो अपके मन को शांति मिलेगी। इसके बाद आप राजनीति से खुद ही दूर रहने लगेंगे।
अकसर कार्यालय में दो पक्षों में किसी भी बात को लेकर बहस या मनमुटाव हो जाता है। ऐसे में आप किसी भी एक का पक्ष लेने से खुद को रोक लें। जब तक आप पूरी परिस्थितियों से अवगत नहीं हों शांत ही रहें। कुल मिलाकर आप इस तरह के विवादों में न ही पड़ें तो आपके लिए बेहतर होगा।
यदि आप थोड़ी थोड़ी बातों को लेकर परेशान हो रहे हैं, तो इससे बचने की कोशिश करें। चूंकि आप किसी भी फिल्ड में अपने लक्ष्य के लिए आगे बढ़ रहे हैं, तो चुनौतियां आएंगी ही। कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं, तो आपके नियंत्रण में नहीं होती हैं। जैसे कुछ सीनियर्स की आदत ही होती है कि जिसे वह पसंद नहीं करते उसे परेशान कैसे किया जाए। ऐसे में आप उलझने की बजाए अपना संतुलन बनाए रखें। जितना अधिक हो सके आप अपने मन को शांत बनाए रखने की कोशिश करें। फजूल की बातों पर ध्यान नहीं देकर अपने काम में मन लगाएं। वैसे भी यदि आपने आगे बढ़ने की ठान ली है, तो आपको कोई भी आगे बढ़ने से रोक नहीं सकता।
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